Sunday, June 7, 2015


तेन्दूखेड़ा विकासखण्ड में अरहर की धारवाड़ विधि का प्रशिक्षण संपन्न

        आज दिनांक 06/06/2015 को कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान कृषि क्रान्ति रथ ने तेन्दूखेड़ा विकासखण्ड के ग्राम बम्होरीमाल, पौड़ी और चन्दना ग्राम का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान सभी ग्रामो मे कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, प्रशिक्षण मे उपस्थित कृषि वैज्ञानिक डाॅ, बी.के. दीक्षित द्वारा कृषको को अरहर की धारवाड़ विधि के बारे में बतलाया गया। इस विधि मे  एक एकड़ में 300 ग्राम बीज पर्याप्त होता है इसकी पौध तैयार करने के लिये एक भाग मिट्टी, एक भाग गोवर की अच्छी सड़ी हुई खाद को मिलाकर पाॅलीथिन वैग के छोटे-छोटे पैकेट में भरकर एक-एक बीज का दाना डालकर अभी से नर्सरी तैयार करते है।  पर्याप्त मात्रा में वर्षा होने के बाद करीब 30-35 दिन पौध को कतार से कतार एवं पौघे से पौधे की दूरी एक मीटर पर रोपाई करते है। इस प्रकार की गइ रोपाई से एक एकड़ में 8 से 10 क्ंिवटल अरहर का उत्पादन होता है एवं वर्तमान मे खेत खाली होने की दशा मे गहरी जुताई एवं मिट्टी परिक्षण करने की सलाह एवं परिणाम के आधार पर आवश्यक संतुलित उर्वरक उपयोग करने की सलाह दी गई, गेहु के खेत की नरवाई जलाने से होने वाले नुकसान के बारे मे विस्तार पूर्वक बतलाया, आगामी खरीफ सीजन मे बोई जाने वाली फसले जैसे सोयाबीन की रिज-फरो विधि, धान की विधि के बारे मे बतलाकर अपनाने की सलाह दी गई। कृषि विभाग के नोडल अधिकारी श्री एम. एल ठाकुर द्वारा योजनाओ के बारे मे बतलाकर अधिक से अंिधक से लाभ लेने की सलाह दी गई, एवं उर्वरको के अग्रिम उठाव के बारे मे भी कृषको जानकारी दी गई, पशुपालन, सहकारिता, उद्यानिकी विभाग द्वारा अपने अपने विभाग की योजनाओ की जानकारी देकर उससे संबन्धित साहित्य का वितरण किया गया।

No comments:

Post a Comment