Friday, June 19, 2015


कृषि महोत्सव 2015 तथा जिला स्तरीय  
कृषि विज्ञान मेला का समापन समारोह संपन्न 

आज दिनांक 19/06/2015 को तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला एवं प्रदर्शनी के समापन समारोह संपन्न हुआ आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री शिवचरण पटेल अध्यक्ष जिला पंचायत दमोह एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्रीमति रंजिता पटेल अध्यक्ष जनपद पचायत पथरिया श्रीमति अनुष्का राय अध्यक्ष जनपद पंचायत हटा श्रीमति संध्या ठाकुर अध्यक्ष जनपद पंचायत जबेरा जिला पंचायत सदस्य श्री राघवेन्द्र सिंह के अलावा जिले भर के अन्य जनप्रतिनिधि के साथ उपसचालक कृषि श्री बी.एल कुरील परियोजना संचालक आत्मा श्री ए.के राठौर उपसंचालक पशुपालन डाॅ वाजपेई, लीड बैंक आफीसर श्री बी एल राय के साथ साथ बडी संख्या मे अधिकारी कर्मचारी एवं किसान भाई उपस्थित रहे।कार्यक्रम के शुभांरभ में सर्व प्रथम मुख्य अतिथियों के द्वारा भगवान बलराम एवं माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर शुभारंभ किया गया। उपसंचालक कृषि श्री बी. एल कुरील के द्वारा मुख्य अतिथियों का स्वागत अनाज की टोकरीे भेंट कर किया गया। कृषि तकनीकी सत्र में कृषि विशेषज्ञ डाॅ यू.एस धाकड़ द्वारा आगामी खरीफ सीजन की तैयारी हेत बीज एवं उर्वरक की व्यवस्था अभी से करने की सलाह दी गई एवं बीजोपचार, खरपतवार नाशी दबाई किस प्रकार प्रयोग करें के बारे मे विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस बार कृषकांे से मानसून की अनिश्चितता/कम वर्षा की स्थिति को देखकर कम समय मे पकने वाली फसलों के बारे में जानकारी दी गई। कृषि विशेषज्ञ डाॅ राजेश द्विवेदी द्वारा मिट्टी परीक्षण करा कर संतुलित मात्रा मे उर्वरको का उपयोग के बारे मे विस्तार से जानकारी देते हुये रासायनिक खाद के स्थान पर कृषक घर मे ही स्वंय का जैविक खाद तैयार कर उपयोग करने का आहवान किया, जैॅविक खादांे मे जैसे बर्मी कम्पोस्ट, नाडेप टाका, सींग खाद, हरी खाद आदि के बनाने की विधियांे के बारे मे जानकारी दी। अगले सत्र में कृषि वैज्ञानिक डाॅ. ओम नारायन सिंह द्वारा कृषकों को आगामी सीजन में बोई जाने वाली फसलों हेतु जैव उर्वरक जैस-ट्राइकोडरमा, पी.एस.बी. कल्चर, राजोबियम कल्चर, बाबेरिया बेसियाना आदि कल्चरों का उपयोग कर रासायनिक दबाईयों का कम से कम उपयोग करने की सलाह दी गई। पशु पालन विभाग के श्री शर्मा जी द्वारा अधिक दूध देने वाले पशुओं की उन्नत नश्लों के बारे मे जानकारी देकर उनके रख रखाव के बारे मे जानकारी दी गई। लीड बैंक आफीसर श्री बी.एल. राय द्वारा प्रधान मंत्री जीवन ज्योति योजना अटल पेंशन योजना, जीवन सुरक्षा योजना के बारे मे कृषकों को विस्तार पूर्वक बतलाकर इस प्रकार किस प्रकार लाभ ले सकतें है, कृषकों को विस्तार पूर्वक बतलाया।उद्यान विभाग के श्री सिंह द्वारा उद्यान विभाग की योजनाओं जैसे- पैक हाऊस, सेडनेट हाऊस, पाॅली हाऊस, स्प्रिंकलर, ड्रिप योजना के बारे मे बतलाकर इन पर दिये जाने वाले अनुदान के बारे में बतलाया। कृषकों को बैंक से जोड़ने के लिये एवं नावार्ड की योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु नाटक मण्डली द्वारा नुक्कड़-नाटक का प्रदर्शन कृषकों को जागरूक किया गया। मुख्य अतिथि श्री शिव चरण पटैल द्वारा अपने उत्बोदन मे कृषकों से खेती के साथ-साथ उद्यानिकी, पशुपालन, मुर्गी पालन, आदि को अपनाने की सलाह दी ताकि खेती में होने वाले घाटे की भरपाई अन्य सहायक धन्धों से की जा सके जिससे खेती लाभ का धन्धा बन सके। जिला पंचायत सदस्य श्री राघवेन्द्र सिंह द्वारा कृषकों को सरकार की योजनाओं के बारे मे बतलाकर उन्हेें अपनाने की सलाह दी। कृषकों के कृषि से संबधित ज्ञान बढ़ाने हेतु कृषि प्रश्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गय जिसमें कृषि से संबधित प्रश्न पूछे जाते है, सही उत्तर देने वाले कृषकों को ईनाम स्वरूप उपहार दिये जाते है। इस कार्यक्रम का संचालन श्री डी.पी. पटैल द्वारा किया गया।  विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाकर अपने अपने विभागो की योजनाओ का प्रचार प्रसार कर साहित्य का वितरण किया गया। इसके अलावा कृषि आदान विक्रेताओं द्वारा अपने-अपने स्टाल लगाकर अपने उत्पादों का प्रचार प्रसार किया गया। अन्त में आभार प्रदर्शन परियोजना संचालक आत्मा श्री ए.के. राठौर द्वारा किया गया।



























Thursday, June 18, 2015



जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला तथा प्रदर्शनी कार्यक्रम
के दूसरे दिन हुआ किसान संगोष्ठी का आयोजन 

आज दिनांक 18/06/2015 को तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला तथा प्रदर्शनी के दूसरे दिन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संयुक्त संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास सागर संभाग सागर श्री डी.एल. कोरी का स्वागत उपसंचालक कृषि श्री बी. एल कुरील के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के शुरूआत मे गुनौर जिला पन्ना से आई गायिका शांति पटेल एवं परसोरियाकला मंडल के द्वारा सांस्कृतिक एवं कृषि से संबधित कार्यक्रम प्रस्तुत कर कृषको का मनोरंजन किया गया। कृषि तकनीकी सत्र में कृषि विशेषज्ञ डाॅ यू.एस धाकड़ द्वारा आगामी खरीफ सीजन की तैयारी हेत बीज एवं उर्वरक की व्यवस्था अभी से करने की सलाह दी गई एवं बीजोपचार, खरपतवार नाशी दबाई किस प्रकार प्रयोग करें के बारे मे विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस बार कृषकांे से मानसून की अनिश्चितता/कम वर्षा की स्थिति को देखकर कम समय मे पकने वाली फसलों के बारे में जानकारी दी गई। कृषि विशेषज्ञ डाॅ राजेश दुबे द्वारा मिट्टी परीक्षण करा कर संतुलित मात्रा मे उर्वरको का उपयोग के बारे मे विस्तार से जानकारी देते हुये रासायनिक खाद के स्थान पर कृषक घर मे ही स्वंय का जैविक खाद तैयार कर उपयोग करने का आहवान किया, जैॅविक खादांे मे जैसे बर्मी कम्पोस्ट, नाडेप टाका, सींग खाद, हरी खाद आदि के बनाने की विधियांे के बारे मे जानकारी दी। अगले सत्र में कृषि वैज्ञानिक डाॅ. ओम नारायन सिंह द्वारा कृषकों को आगामी सीजन में बोई जाने वाली फसलों हेतु जैव उर्वरक जैस-ट्राइकोडरमा, पी.एस.बी. कल्चर, राजोबियम कल्चर, बाबेरिया बेसियाना आदि कल्चरों का उपयोग कर रासायनिक दबाईयों का कम से कम उपयोग करने की सलाह दी गई।कृषकों के कृषि से संबधित ज्ञान बढ़ाने हेतु कृषि प्रश्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गय जिसमें कृषि से संबधित प्रश्न पूछे जाते है, सही उत्तर देने वाले कृषकों को ईनाम स्वरूप उपहार दिये जाते है। इस कार्यक्रम का संचालन श्री आर.एस.पाठक एवं श्री डी.पी. पटैल द्वारा किया गया।  आज कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सयंुक्त संचालक कृषि श्री डी.एल. कोरी द्वारा कृषकों से आगामी खरीफ सीजन में अधिक से अधिक रकवें में बुवाई करने की सलाह दी गई । बुावाई हेतु पर्याप्त मात्रा में खाद बीज उपलब्ध है, इस वर्ष खाद बीज की कोई कमी नहीं है। उपसंचालक कृषि श्री बी.एल कुरील द्वारा बर्मी कम्पोस्ट, नाडेप टाका, आदि पर अनुदान प्रावधान के बारे मे जानकारी देेते हुये विभाग की विभिन्न योजनाआंे की जानकारी दी। विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाकर अपने अपने विभागो की योजनाओ का प्रचार प्रसार कर साहित्य का वितरण किया गया। इसके अलावा कृषि आदान विक्रेताओं द्वारा अपने-अपने स्टाल लगाकर अपने उत्पादों का प्रचार प्रसार किया गया।




जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला तथा प्रदर्शनी कार्यक्रम का नवीन कृषि उपज मण्डी में हुआ शुभारंभ

आज दिनांक 17/06/2015 को तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला तथा प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्री जयंत मलैया मंत्री म.प्र. शासन, जल संसाधन, वित्त एवं वाणिज्यकर योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि माननीय श्री शिवचरण पटेल अध्यक्ष जिला पंचायत दमोह, माननीय श्रीमति उमादेवी खटीक विधायक हटा, माननीय श्री लखन पटेल विधायक पथरिया, माननीय श्री प्रताप सिंह लोधी विधायक जबेरा, माननीय श्री राजेन्द्र गुरू अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बेैंक दमोह, माननीय पं. श्री नरेन्द्र व्यास भाजपा जिला अध्यक्ष, माननीय श्री परमानंद कुशवाहा अध्यक्ष कृषि स्थाई समिति जिला पंचायत दमोह, माननीय श्री गौरव पटेल जनपद अध्यक्ष पथरिया, माननीय श्री बद्री पटेल अध्यक्ष जनपद पंचायत पटेरा, मा. अवधेश सिंह ठाकुर जिला पंचायत सदस्य, मा. श्री सुखनन्दन पटेल संचालक सहकारी बैंक दमोह, प्रगतिशील कृषक एवं सेवानिवृत उपसंचालक श्री घनश्याम पटेल, ए.डी.एम. श्री अनिल शुक्ला, उपसंचालक श्री बी.एल कुरील, परियोजना संचालक आत्मा श्री ए.के. राठौर, उपसंचालक पशुपालन डां बाजपेयी जी, सहायक संचालक उधान, एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे। मुख्य अतिथियों के द्वारा भगवान बलराम एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण कर दीप प्रज्वललित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत श्री बी.एल. कुरील उपसंचालक कृषि दमोह द्वारा अनाज की टोकरी भेंट कर किया गया। अपने स्वागत भाषण में श्री कुरील द्वारा कृषि महोत्सव के दौरान किये गये कार्याे की उपलब्धि प्रस्तुत की।कार्याक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्री जयंत मलैया मंत्री म.प्र. शासन द्वारा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री जन-धन योजना एवं प्रधान मंत्री अटल पेशन योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने का आवह्न किया। एवं अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी सीजन हेतु कृषको को खाद बीज की कमी न हो ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जायेे।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि माननीय श्री प्रताप सिंह लोधी द्वारा कृषकों को फसल बीमा का अधिक से अधिक लाभ दिलवाने की बात कहीं। माननीय विधायक श्री लखन पटेल द्वारा कृषकों से उन्नत किस्म के बीज एवं उर्वरकों का उपयोग कर उन्नत खेती करने की सलाह दी गई।इसके बाद महिला बाल विकास विभाग द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्र्रमाण पत्र मुख्य अतिथि द्वारा महिलाओं को प्रदाय किये गये। महिला शौर्य दल के बारे में मुख्य अतिथियों को जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान कृषकों को प्रशिक्षण हेतु डाॅं राजेश द्विवेदी द्वारा कृषको को तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया, कृषि संकाय के प्रदेश एवं जिले मे स्थान बनाने वाले प्रथम तीन छात्र जितेन्द्र पटेल 5000/- निलेश साहु 3000/- एवं राहुल सिंह राजपूत को 2000/- का पुरूस्कार मुख्य अतिथि के द्वारा दिया गया। कृषि अभियंात्रिकी विभाग द्वारा 18 बिखरे हुये आदिवासी कृषको को निशुल्क कृषि यंत्र वितरण किये गये, निजि क्षेत्र मे कस्टम हायरिंग केन्द्रो की स्थापाना हेतु चार कृषको को प्रमाण पत्र प्रदाय किये गये, सूरजधारा एवं अन्नपूर्णा योजना अंतर्गत 50 कृषको को सोयाबीन बीज प्रदान किया गया, दो कृषको को मल्टी क्राॅप थे्रसर एवं सीडड्रिल प्रदान किये गये।मंुख्य अतिथियो के द्वारा मेला ग्राउंड मे लगाये गये विभिन्न विभागो एवं कम्पनियो के स्टालो का निरिक्षण किया गया, स्टालो मे मुख्य रूप से कृषि विभाग पशुपालन विभाग, उद्यानिकी विभाग, जिला सहकारी बैंक, आयुष विभाग, बीज उत्पादक सहकारी समितियो एवं कीटनाशक एवं कृषि आदान विक्रेताओ के द्वारा पम्पलेट बाॅट कर कृषको को जानकारी दी गई। कृषको के मनोरंजन हेतु बुंदेलखण्ड की गायक कलाकार श्रीमति शांति पटेल द्वारा कृषि से संबधित गीत गाकर किया।








Monday, June 15, 2015



रसीलपुर, बोरी खुर्द और बोरी कला में कृषक 
प्रशिक्षण सम्पन्न
कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान आज दिनांक 15.06.2015 को कृषि रथ विकासखण्ड हटा के ग्राम रसीलपुर, बोरी खुर्द और बोरीकला ग्रामों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान वैज्ञानिक डाॅ. यू.एस. धाकड़ द्वारा कृषकोें को वर्तमान सीजन में बोई गई मूंग एवं उड़द की फसल की कटाई उपरान्त भण्डारण के लिये नमी निर्धारण किस प्रकार करें के बारे मे  बताया एवं आगामी खरीफ सीजन में बोई जाने वाली फसले जैसे- सोयाबीन, उड़द, मूंग, अरहर की उन्नत प्रजाति के बीज, सोयाबीन की रिजफरो विधि, अरहर की धारवाड़ विधि, उर्वरकों के फसल के अनुसार संतुलित मात्रा मे उपयोग के बारे में जानकारी दी गई। नोडल अधिकारी श्री व्ही.एस. रैपुरिया द्वारा विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी देकर उस पर दिये जाने वाले अनुदान के बारे में कृषकों को बतलाया गया। पशु पालन विभाग द्वारा पशुओं में बरसात के पहले संक्रामक बीमारियो से बचाव के लिये टीकाकरण करने के बारे में बतलाया गया। संबधित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के लाभ से कृषकों को अवगत कराया एवं अनुदान प्रावधान के बारे मे जानकारी दी गई। कृषकों के मृदा परीक्षण हेतु मिट्टी नमूनें लिये गये, उद्यानिकी विभाग के अधिकारी श्री अहिरवार द्वारा उद्यानिकी विभाग की योजनाओ के बारे में बतलाकर उनका अधिक से अधिक लाभ उठाने के आह्वान किया।





कुंवरपुर में जैविक खेती का प्रशिक्षण सम्पन्न

कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान आज दिनांक 15.06.2015 को कृषि क्रान्ति रथ ने दमोह विकासखण्ड के ग्राम बरवांसा, कुवंरपुर और हिरदेपुर ग्रामों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान ग्राम बरवांसा एवं कुवंरपुर में जैविक खेती का प्रशिक्षण का आयोजित किया गया। जिसमे कृषि वैज्ञानिक श्री राजेश द्विवेदी़ द्वारा कृषको नाडेप, बर्मीपिट, अमृत संजीवनी, जैव उर्वरक, गोबर की खाद, सींग खाद आदि को किस प्रकार तैयार किया जाता है और कृषि विभाग द्वारा इन पर दिये जाने वाले अनुदान के बारे में भी जानकारी दी गई। जैविक खेती करने से क्या-क्या फायदें है कृषकों को विस्तार पूर्वक बतलाया गया।
अनुविभागीय अधिकारी कृषि श्री डी.एस. ठाकुर द्वारा कृषकों को अग्रिम उर्वरक के बारे में जानकारी दी गई एवं आगामी सीजन में बोई जाने वाली प्रमुख फसलों के बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसान भाई समय पर इसका उठाव करे। 
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री विजय खरे द्वारा कृषकों को हलधर योजना, मृदा परीक्षण के लिये नमूना एकत्रित करने के बाद स्वास्थ कार्डों का वितरण कृषकों को किया गया। सहकारिता विभाग द्वारा किसानों को उर्वरकों के लिये परमिट दिये गये। महिला बाल विकास  एवं स्वास्थ विभाग द्वारा गंाव की गर्भवती महिलाओं  का स्वास्थ परीक्षण किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा सभी ग्रामों में पशुओं का स्वास्थ परीक्षण किया गया एवं संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिये टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई। उद्यानिकी विभाग द्वारा फल एवं सब्जियों की उन्नत खेती की तकनीकी के बारे मे जानकारी प्रदान कर पाॅली हाऊस एंव ड्रिप सिचाई को अपनाने की सलाह दी गई। इसी प्रकार अन्य दो ग्रामो में कृषि क्रान्ति रथ ने भ्रमण कर कृषकों को तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कुवंरपुर में सेवा निवृत्त उपसचांलक कृषि श्री डी.पी. पटैल एवं गांव के कृषक अधिक संख्या में उपस्थित थे। 






कृषि महोत्सव 2015 पेपर न्यूज़








Sunday, June 14, 2015


आत्मा योजना अन्तर्गत ग्राम झरौली में कृषक
 प्रशिक्षण आयोजित

कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान आज दिनांक 14.06.2015 को कृषि क्रान्ति रथ ने तेन्दूखड़ा विकासखण्ड के               ग्राम झरौली, महगुवां कला एवं सहजपुर का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान ग्राम झरौली में आत्मा योजना अन्तर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें तेन्दूखेड़ा विकासखण्ड की बी.टी.एम. के द्वारा कृषकों को आगामी खरीफ सीजन की तैयारी जैसे- बीजोपचार, धान की एस.आर.आई, विधि के लिये आवश्यक नर्सरी तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद अरहर की धारवाड़ विधि के बारे में कृषकों को बतलाया गया। इसके बाद भ्रमण दल प्रभारी श्री एम. एल. ठाकुर द्वारा कृषि महोत्सव कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुये उसके फायदे कृषको को बतलाये गये।  कृषि वैज्ञानिक डाॅ दीक्षित द्वारा जायद की फसल मे लगने वाले कीट एवं रोग प्रबंधन एवं आगामी खरीफ सीजन की तैयारी ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई एवं मिटटी परीक्षण नमूना एकत्र करने की विधि कृषको को बतलाई गई।श्री एस.एल.बुनकर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा कृषि विभाग की योजनाओ के बारे मे बतलाकर उसमे दिये जाने वाले अनुदान के बारे मे कृषको को विस्तार पूर्वक बतलाया, इसके अलावा आगामी खरीफ सीजन मे बोई जाने वाली फसलो के बीज का अंकुरण परीक्षण करने के पश्चात बोने की सलाह दी गई, उर्वरक के अग्रिम उठाव के बारे मे कृषको को बतलाया गया, उद्यानिकी विभाग द्वारा कृषको से अपनी जमीन के 10 प्रतिशत भाग मे उद्यानिकी फसले लगाने की सलाह दी गई।पशुपालन विभाग द्वारा ग्राम सहजपुर मे पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसमंे पशुओं का स्वास्थ परीक्षण किया गया। बरसात होेने से पहले पशुओ मे फेलने वाली संक्र्रामक बीमारियो के टीकाकरण किया गया इसके अलाव नर पशुओं का बधियाकरण एवं मादा पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान किया गया। 




धनगौर, इमलिया लांजी एवं बांसनी में कृषक 
प्रशिक्षण सम्पन्न

कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान आज दिनांक 14.06.2015 को कृषि क्रान्ति रथ ने दमोह विकासखण्ड के ग्राम धनगौर, इमलिया लांजी और बांसनी में ग्रामों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान ग्राम धनगौर में कृषक प्रशिक्षण आयोजित किया गया जिसमें कृषि वैज्ञानिक डाॅ. राजेश द्धिवेदी द्वारा कृषकों को आगामी खरीफ सीजन की तैयारी जैसे- खेतों की जुताई, सोयाबीन के खेेंतों में जल निकास हेतु नालियों का निर्माण, सुपर फास्फेट का छिड़काव, बीजो का अंकुरण परीक्षण, सीडड्रिल कैलिब्रेशन, बीज उपचार हेतु दवा की व्यवस्था, सोयाबीन की उन्नत प्रजातियों की जानकारी, प्रति हेक्टेयर बीज की मात्रा, खरपतवार नाशक दवा, कीटनाशक, फफूॅद नाशक दवा आदि के बारे में विस्तार पूर्व बतलाया गया एवं मूंग की फलियों की तुड़ाई/कटाई करने की सलाह दी गई। 
पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं का स्वास्थ परीक्षण कर उनका संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिये टीकाकरण किया गया। इसके बाद पशुओ का कृत्रिम गर्भाधान, बधियाकरण किया गया। पशुओं के संतुलित पोषण के बारे मे कृषकों को जानकारी देकर मिनिरल मिश्रण के पैकेट का वितरण किया गया। अनुविभागीय अधिकारी कृषि श्री डी.एस. ठाकुर द्वारा कृषकों को कृषि से संबधित कृषि की उन्नत तकनीकी के बारे में जानकारी दी गई। कृषकों द्वारा नये मृदा नमूने एकत्रित किये गये । 
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री व्ही.के. खरे  द्वारा कृषकों को हलधर योजना, मृदा परीक्षण के लिये नमूना एकत्रित करनें, उर्वरकों के अग्रिम उठाव के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद स्वास्थ कार्डों का वितरण कृषकों को किया गया। सहकारिता विभाग द्वारा किसानों को उर्वरकों के लिये परमिट दिये गये। महिला बाल विकास एवं स्वास्थ विभाग द्वारा ग्रांव की गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ परीक्षण किया गया। उद्यानिकी विभाग द्वारा फल एवं सब्जियों की उन्नत खेती की तकनीकी के बारे मे जानकारी प्रदान कर पाॅली हाऊस एंव ड्रिप सिचाई को अपनाने की सलाह दी गई। इसी प्रकार अन्य दो ग्रामो में कृषि क्रान्ति रथ  ने भ्रमण कर कृषकों को तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। 





रानगिर, देवलाई और सीतानगर में कृषक 
संगोष्ठी आयोजित 

आज दिनांक 13/06/2015 को कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान कृषि क्रान्ति रथ ने पथरिया विकासखण्ड के ग्राम रानगिर, देवलाई एवं सीतानगर ग्राम का भ्रमण किया, प्रशिक्षण मे उपस्थित कृषि वैज्ञानिक विकास जैन द्वारा कृषको को अरहर की धारवाड़ पद्धिति के बारे में जानकारी दी गई, एवं आगामी खरीफ सीजन में बोई जाने वाली फसलें जैसे- सोयाबीन, अरहर, मूंग, उड़द आदि की उन्नत कृषि कार्यमाला के बारे मे विस्तृत रूप से कृषकों को जानकारी दी गई। उनके द्वारा ग्रीष्म कालीन मंूग के खेंतो का निरीक्षण किया गया एवं पकी हुई फलियों की तुड़ाई करने की सलाह दी गई। उन्नत कृषि की तकनीकी की जानकारी दी गई। पशुपालन विभाग द्वारा संतुलित पोषण आहार के पैकटो का वितरण किया गया, एवं पशुओ मे लगने वाले संक्रामक रोगो के बारे जानकारी देकर उनसे बचाव के लिये आवश्यक टीकाकरण की जानकारी दी गई। महिला बाल विकास द्वारा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण, नवजात शिशुओं को टीकाकरण की मिशन इन्द्र धनुष के बारे में जानकारी दी गई। सहकारिता विभाग कृषको को क्रेडिट कार्ड का वितरण किया गया, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री एस.के.सोंलकी  मृदा स्वास्थ्य पत्रको का वितरण किया गया, मृदा परिक्षण, हलधर योजना, राष्ट्रीय तिलहन मिशन योजना, कृषि यंत्रिकरण योजना आदि के बारे मे जानकारी देकर इनका अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिये प्रेरित किया, इसके अलावा उद्यानिकी विभाग, मछली पालन,  राजस्व विभाग के अधिकारी/कर्मचारियो ने अपने अपने विभाग की जानकारी देकर कृषको को इनका लाभ उठाने के लिये आग्रह किया। इसी प्रकार अन्य दो ग्रामो मे कृषक संगोष्ठी का आयोजन कर कृषकों को कृषि की उन्नत जानकारी दी गई।




नयागांव मे कृषक प्रशिक्षण का आयोजन

कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान आज दिनांक 13.06.2015 को कृषि क्रान्ति रथ ने हटा विकासखण्ड के ग्राम नयागांव, सकौर और हिनौता का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान कृषको ने कृषि क्रान्ति रथ का स्वागत अनाज दान करके किया। ग्राम नयागांव में अनुविभागीय अधिकारी कृषि श्री व्ही.एस. रैपुरिया द्वारा कृषकों को विभागीय योजनायें जैस- हलधर योजना, बलराम तालाब योजना, सूरजधारा अन्नपूर्णा योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन आदि के बारे में जानकारी देकर इनका अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिये कृषकों को प्रेरित किया। इसके उपरान्त ग्राम के छात्र-छात्राओं के बीच साफ-सफाई के विषय पर एक प्रश्न प्रतियोगिता एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें भाग लेने वाले छात्र-छात्राओें को सही उत्तर देने पर उन्हे उपहार स्वरूप प्रमाण-पत्र पेन, पेन्सिल, कम्पाक्स बाक्स एवं चाॅकलेट का वितरण किया गया।
प्रतियोगिता के पश्चात् कृषि वैज्ञानिक श्री यू.एस. धाकड़ द्वारा कृषको को आगामी खरीफ सीजन की तैयारी अभी से करने की सलाह दी गई। जिसमंे खेत समतलीकरण जल निकाश का उचित प्रंबध, बीजों का अंकुरण परीक्षण, बीजोपचार, खरपतवार नियंत्रण, कीट नियंत्रण, आदि के बारे मे विस्तार पूर्वक बतलाया गया। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा कृषकों को हलधर योजना, मृदा परीक्षण के लिये नमूना एकत्रित करनें, उर्वरकों के अग्रिम उठाव के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद स्वास्थ कार्डों का वितरण कृषकों को किया गया। सहकारिता विभाग द्वारा किसानों को उर्वरकों के लिये परमिट दिये गये। महिला बाल विकास  एवं स्वास्थ विभाग द्वारा ग्रांव की गर्भवती महिलाओं  का स्वास्थ परीक्षण किया गया एवं नवजात शिशुओं को टीकाकरण के लिये मिशन इन्द्र धनुश के बारे में जानकारी प्रदाय की गई। शिक्षा के विभाग द्वारा आधार कार्ड को मतदाता कार्ड से जोड़ने के बारे में जानकारी दी गई। पशुपालन विभाग द्वारा सभी ग्रामों में पशुओं का स्वास्थ परीक्षण किया गया एवं संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिये टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई। उद्यानिकी विभाग द्वारा फल एवं सब्जियों की उन्नत खेती की तकनीकी के बारे मे जानकारी प्रदान कर पाॅली हाऊस एंव ड्रिप सिचाई को अपनाने की सलाह दी गई। इसी प्रकार अन्य दो ग्रामो में कृषि क्रान्ति रथ  ने भ्रमण कर कृषकों को तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। 





पिपरिया दिगम्बर में सोयाबीन की रिजफरो 
विधि का प्रदर्शन
कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान आज दिनांक 13.06.2015 को कृषि क्रान्ति रथ ने दमोह विकासखण्ड के ग्राम पिपरिया दिगम्बर, सिहोरा और बांसातार खेड़ा गा्रमों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान ग्राम पिपरिया दिगम्बर मंे कृषि वैज्ञानिक श्री राजेश द्विवेदी़ द्वारा कृषको सामान्य सीडड्रिल में रिजफरो अटैचमेन्ट लगाकर कृषकों को  खेत पर चलाकर प्रदर्शन किया एवं उसमें बनने वाले कूड़ एवं नाली को दिखाया। इस विधि में सोयाबीन की बुवाई करने से जब वर्षा अधिक होती है, तो पानी नालियों के माध्यम से निकल जाता है, जिससे सोयाबीन की फसल अधिक जलभराव से खराब नहीं होती है और जब वर्षा कम होती है तो नाली में उपस्थित नमी का पौधें उपयोग कर लेतें है, जिससे सूखा की स्थिति में फसल सूखती नहीं है। इसके बाद धान की एस.आर.आई. विधि के बारे में कृषकों को विस्तार पूर्वक बतलाया। अनुविभागीय अधिकारी कृषि श्री डी.एस. ठाकुर द्वारा कृषकों को अग्रिम उर्वरक के बारे में जानकारी दी गई एवं आगामी सीजन में बोई जाने वाली प्रमुख फसलों के बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसान भाई समय पर इसका उठाव करे। 
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री विजय खरे द्वारा कृषकों को हलधर योजना, मृदा परीक्षण के लिये नमूना एकत्रित करने के बाद स्वास्थ कार्डों का वितरण कृषकों को किया गया। सहकारिता विभाग द्वारा किसानों को उर्वरकों के लिये परमिट दिये गये। महिला बाल विकास  एवं स्वास्थ विभाग द्वारा गंाव की गर्भवती महिलाओं  का स्वास्थ परीक्षण किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा सभी ग्रामों में पशुओं का स्वास्थ परीक्षण किया गया एवं संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिये टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई। उद्यानिकी विभाग द्वारा फल एवं सब्जियों की उन्नत खेती की तकनीकी के बारे मे जानकारी प्रदान कर पाॅली हाऊस एंव ड्रिप सिचाई को अपनाने की सलाह दी गई। इसी प्रकार अन्य दो ग्रामो में कृषि क्रान्ति रथ  ने भ्रमण कर कृषकों को तकनीकी जानकारी प्रदान की गई।